बुद्धि
बुद्धि का अर्थ
बुद्धि शब्द का प्रयोग प्राचीन काल से व्यक्ति की तत्परता, तात्कालिकता, समायोजन, तथा समस्या समाधान की क्षमताओं के रूप में किया जाता रहा है। बुद्धि क्या है ? इस सम्बंध में मनोवैज्ञानिकों में हमेशा मतभेद रहा है। इसीलिए अभी तक बुद्धि का कोई सर्वमान्य अर्थ प्रचलित नही हो पाया है।
बुद्धि की परिभाषायें
1. वुडवर्थ के अनुसार, “ बुद्धि, कार्य करने की एक विधि है।”
2. बकिंघम के अनुसार, “ सीखने की शक्ति ही बुद्धि है।”
3. टरमन के अनुसार, “ बुद्धि, अमूर्त विचारों के बारे में सोचने की योग्यता है।”
4. वुडरो के अनुसार, “ बुद्धि ज्ञान का अर्जन करने की क्षमता है।”
5. बिने के अनुसार, “ बुद्धि इन चार शब्दों में निहित है – ज्ञान, आविष्कार, निर्देश और आलोचना।”
6. स्टर्न के अनुसार, “ बुद्धि जीवन की नवीन समस्याओं के समायोजन की सामान्य योग्यता है।”
7. बर्ट के अनुसार, “ बुद्धि अच्छी तरह निर्णय करने, समझने तथा तर्क करने की योग्यता है।”
8. गाल्टन के अनुसार, “ बुद्धि पहचानने तथा सीखने की शक्ति है।”
9. थार्नडाइक के अनुसार, “सत्य या तथ्य के दृष्टिकोण से उत्तम प्रतिक्रियाओं की शक्ति ही बुद्धि है।”
बुद्धि के सिद्धांत
1. एक खण्ड बुद्धि का सिद्धांत
2. दो खण्ड बुद्धि का सिद्धांत
3. तीन खण्ड बुद्धि का सिद्धांत
4. बहु खण्ड बुद्धि का सिद्धांत
5. समूह खण्ड बुद्धि का सिद्धांत
6. न्यादर्श या प्रतिदर्श बुद्धि का सिद्धांत
7. पदानुक्रमिक(क्रमिक महत्व) बुद्धि का सिद्धांत
8. त्रि-आयामी बुद्धि का सिद्धांत
9. बुद्धि ‘क’ और बुद्धि ‘ख’ का सिद्धांत
10. तरल-ठोस बुद्धि का सिद्धांत